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वोटरशिप पर चौथी दुनिया चैनल द्वारा प्रसारित इंटरव्यू (भाग 1) |
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वोटरशिप पर चौथी दुनिया चैनल द्वारा प्रसारित इंटरव्यू (भाग 1) |
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गोयल कमेटी ने लंबी रिसर्च के बाद 02 दिसम्बर, 2011 को पेश अपनी रिपोर्ट में वोटरशिप का प्रस्ताव मान लिया और देश के वोटर अपना मुकदमा जीत गये। |
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विश्वात्मा भरत गांधी व अन्य की एक ऐतिहासिक राष्ट्रहित याचिका पर कानून बनाने के लिए 137 सांसदों ने संसद में नोटिस दिया था। सांसदों ने यह तर्क दिया कि जब जनता वोट देकर हमें (सांसद-विधायकों को) वेतन-भत्ते और आजीवन पेंशन पाने लायक बनाती है, तो वोटरों (मतकर्ताओं) को भी वेतन-भत्ता मिलना चाहिए। |
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अगर गोयल कमिटी की रिपोर्ट मान ली जाती तो आज हर वोटर को हर महीने 2020 की कीमतों पर 8000 मिल रहे होते. |
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श्री विश्वात्मा भरत गाँधी व अन्य ने 2005 में वोटरों को हर महीने वोटरशिप दिलाने का प्रस्ताव पेश किया. यह मामला 2008 से संसद में लटका है |