वोटरशिप अधिकार दिलाने में सहयोगी कैसे बने?
वोटरशिप के लिए कार्यरत संगठन
वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल (वीपीआई)
वोटरशिप की विचारधारा के जनक श्री विश्वात्मा सन 1998 से लगातार वोटरशिप अधिकार दिलाने के लिए कार्य कर रहे हैं. सन 1999 में 'आर्थिक आजादी आन्दोलन परिसंघ' नाम का अराजनीतिक संगठन बनाकर उन्होंने पहले भारत भर के 'ओ मानसिकता' के मनीषियों की एक टीम बनायी. सन 2005-08 में संसद के दोनों सदनों में 137 सांसदों के माध्यम से वोटरशिप पर याचिका प्रस्तुत की. सन 2008 में जब खरबपतियों के दबाव में बड़ी पार्टियों के अध्यक्षों ने संसद में वोटरशिप याचिका पर बहस नहीं होने दी और सन 2011 में संसद की कमेटी की सिफारिश के वावजूद भी जब वोटरशिप का मुद्दा दबा दिया गया, तब श्री विश्वात्मा ने अपनी टीम के साथ मिलकर 2012 'वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल (वीपीआई) नाम की एक राजनैतिक पार्टी का गठन किया. अधिक जानने के लिए वोटर्स पार्टी इंटरनेशनल कीआधिकारिक वेबसाइट देखें.