वोटरशिप अभियान के लिए कुछ उपयोगी आंकड़े
वोटरशिप के लिए भारत से प्राप्त धन का स्रोत (सन 2019 के आधार पर)
जनकल्याण बजट की सीधी फण्डिंग (लगभग 14 लाख 51 हजार करोड़)
खाद्य सब्सिडी - 1000 करोड़,
पेट्रोलियम सब्सिडी - 2500 करोड़,
स्वास्थ्य योजनाओं पर खर्च - 2 लाख करोड़,
पेंशन पर खर्च-6 लाख करोड़,
दुर्घटना बीमा खर्च-13000 करोड़,
फर्टिलाइजर सब्सिडी-7000 करोड़,
मनरेगा-1.51 लाख करोड़,
बाल विका स योजना-26000 करोड़,
इन्दिरा आवास योजना-20000 करोड़,
मातृ एवं बाल सुरक्षा-30,000 करोड़,
राज्य सरकारों द्वारा प्रदत्त सब्सिडी-50,000 करोड,
केन्द्र सरकार द्वारा प्रदत्त कुल सब्सिडी-1.6 लाख करोड़)
कर राजश्व -
अमीरी रेखा (रु 50 करोड़) से ऊपर के लोगों पर सम्पत्ति कर।
वोटरशिप के लिए धरती का साझा स्रोत
(2001 से 2010 तक-रु. 1750; 2011 से 2015 तक- रु. 3529; 2015 से 2020 तक-रु. 5896)
11 भारत में अमीरतम 10% लोगों के पास देश की आय 77%
12 भारत में अमीरतम 1% लोगों के पास देश की आय 73%
13 भारत में गरीबतम 60% लोगों की आय 4.7%
14 प्रतिदिन रु. 150 से कम आय के लोग 90 करोड़
15 प्रतिदिन रु. 90 से कम आय के लोग 48.8 करोड़
16 भारत की कुल सम्पत्ति 882 लाख करोड़
17 10% सम्पत्ति कर की दर से प्राप्त राशि 88.2 लाख करोड़ (लगभग)
18 वोटरशिप के लिए आवश्यक कुल राशि(प्रतिमाह) 7.68 लाख करोड़
19 केन्द्र व राज्य सरकारों में कार्यरत लोगों की संख्या 48.34 लाख
20 संगठित निजी क्षेत्र में कार्यरत लोगों की संख्या 2.3 करोड
21 भारत में SC/ST जनसंख्या (2011) 30.6 करोड
22 भारत में SC/ST के लिए आरक्षित नौकरियां 10.6 लाख
23 भारत में OBC जनसंख्या (जनगणना हेतु सरकार राजी नहीं)
24 भारत में OBC के लिए आरक्षित नौकरियां 13 लाख
25 भारत में खरबपतियों की संख्या - 03
26 भारत में अरबपतियों की संख्या- 102
27 भारत में करोड़पतियों की संख्या- 97689
28 भारत में आयकर देने वालों की संख्या (6%) 8.45 करोड़
29 भारत में प्रत्यक्ष कर (आयकर, राज्य कर एवं सम्पत्ति कर) से प्राप्त कुल राशि 11.17 करोड़