वोटरशिप अधिकार के लाभ
- वोटरों को नियमित मिलने वाली वोटरशिप की रकम सभी परिवारों से आर्थिक तंगी ख़त्म कर देगी और तंगी से पैदा होने वाली अशिक्षा, अपराधों और अराजक जनसंख्या वृद्धि – तीनों पर प्रभावशाली अंकुश लगा देगी।
- भ्रष्टाचार पर प्रभावशाली रोक लग जायेगी। क्योंकि पैसा मिलने से सभी लोग अपने पैरों पर खड़े हो जायेंगे. अब सरकारी विभाग न के बराबर बचेंगे।
- वोटरशिप ईमानदार लोगों को राजनीति में काम करने के लिए प्रेरित करेगी। वोटरशिप से पैदा होने वाली राजनितिज्ञों की नई पीढ़ी राजनीति के क्षेत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा देगी।
- सीमाहीन अमीरों का पैसा वोटरों में बंट जायेगा तो प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्षों को खरीदने के लिए और उपभोक्तावाद के लिये पैसा ही नही होगा। आर्थिक विषमता भी नियंत्रित हो जाएगी.
- वोटरशिप का प्रस्ताव उन लोगों को पूरी गरिमा व सम्मान के साथ जीने का अवसर प्रदान करेगा, जो आज कठोर परिश्रम के बाद भी रहन-सहन के निम्न स्तर में जीने के लिए पीढी दर पीढ़ी कानूनों द्वारा आरक्षित किये गए हैं।
- जिस प्रकार आर्थिक सहयोग बच्चों में माता-पिता के प्रति प्रेम-भाव पैदा करता है उसी प्रकार वोटरशिप की रकम नागरिकों में राष्ट्र के प्रति प्रेम पैदा करेगी।
- वोटरशिप की रकम अनुसुचित जातियों व जन-जातियों के निर्धन वर्ग का सशक्तिकरण करेगी और अपने नेताओं पर से उनकी निर्भरता समाप्त हो जाएगी।
- वोटरशिप गरीब परिवारों में पैदा हुई प्रतिभाओं का संरक्षण करेगी, जिनका आज बड़ी तादाद में प्रतिभा का कत्ल हो रहा है।
- वोटरशिप की रकम से लोकतंत्र अधिक लोगों के लिए स्वीकार्य हो सकेगा और मतकर्म (वोटिंग) प्रतिशत में वृद्धि हो सकेगी.
- प्राकृतिक आपदाओं में स्वचालित राहत प्रणाली पैदा हो जायेगी, क्योंकि तब वोटरशिप की रकम से आपदा के दौरान रहत और बचाव कार्य तथा पुनर्वास का बीमा करने वाली कम्पनियां पैदा हो जायेंगी।
- वोटरशिप के नियमित मिलने वाले पैसे से बेरोजगारी से कराह रहे राष्ट्र की दिमागी विकलांगता का इलाज हो जायेगा। तंगी के ताले में बंद युवाओं का दिमाग खुलने से भारत फिर से तरक्की कर अग्रणी देशों की पंक्ति में जा खड़ा होगा.
- वोटरशिप देने के लिये बहुराष्ट्रीय कम्पनियों पर भी अब टैक्स लगेगा, इसलिये देश का पैसा लूटकर विदेशों में नही ले जा पायेंगे।
- वोटरशिप से लोकतंत्र के विकास का बीमा हो जायेगा, क्योंकि लोकतंत्र पर अब गरीबों और माध्यम वर्ग का आर्थिक शोषण करने वाली राजनीतिक व्यवस्था का आरोप नहीं लगेगा।
- लोगों के पास पैसा बढ़ेगा तो बाज़ार में मांग बढ़ेगी और उस मांग को पूरा करने के लिये नये-नये कल-कारखाने लगेंगे। वोटरशिप का पैसा बांटने के लिये गांव-गांव बैंकों की शाखायें खोलनी पडेंगी, उनमें लोगों को रोजगार मिलेगा.
- हर लड़की की आमदनी हो जाने के कारण बहुओं की दहेज हत्या पर रोक लग जायेगी। अनैच्छिक वेश्यावृत्ति से छुटकारा मिल जायेगा, क्योंकि अब पैसे की मजबूरी समाप्त हो जायेगी।